Haryana budget:-चुनावी वायदों की भूल, कुमारी सैलजा ने किया बजट पर हमला

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Haryana budget अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा के आखिरी बजट में नहीं पूरे किए गए चुनावी वायदों की बात करते हुए, इसे उनके लिए एक और झटका माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस (Haryana budget) बजट में सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन को 5100 रुपये करने का वायदा करने वाली जजपा ने इसे पूरा नहीं किया है, जिससे लोगों की आस्था टूट जाएगी।

 

सैलजा ने कहा कि बुजुर्गों, दिव्यांग और विधवाओं की पेंशन को 5100 रुपये करने का वादा किया गया था, लेकिन बजट में इस पर कोई घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने यह भी जताया कि बजट में किसी भी अन्य विकास कार्यक्रम के लिए विशेष ध्यान दिया नहीं गया है और इसे गठबंधन सरकार का “आखिरी बजट” बताया जा सकता है। (Haryana budget)

 

उन्होंने कहा कि बजट में विकास के लिए कोई नई योजना नहीं है और सारी घोषणाएं सिर्फ आंकड़ों की बजाय उन्हें फैलाने के लिए की गई हैं। उन्होंने बस सेवा के विस्तार की मांग की है और बताया कि बजट में इसके लिए कोई योजना नहीं है।

 

सैलजा ने गठबंधन सरकार की चुनावी वायदों की भूल पर करी हमला करते हुए कहा कि यह बजट “मुंगेरी लाल के हसीन सपनों की तरह है” और लोगों को कोई सीधा लाभ नहीं है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ने अब तक वादों को पूरा नहीं किया है और लोगों की आस्था उनके साथ टूट जाएगी।

 

सैलजा ने बुजुर्गों के लिए मुफ्त बस सेवा की मांग की है और इसे बजट में ध्यान में रखने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी जताया कि सरकारी स्कीमों का लाभ दिखाने के लिए आंकड़ों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे जनता को वास्तविक लाभ नहीं हो पा रहा है।

 

कुमारी सैलजा ने कहा कि बजट में विशेष रूप से किसानों के लिए कोई उपाय नहीं है और उन्हें उनके आत्मनिर्भरता में मदद करने के लिए कोई नई योजना नहीं है। इसके बजाय, उन्होंने गठबंधन सरकार की विफलताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह बजट एक और साबित हो गया है कि गठबंधन सरकार विकास की दिशा में किसी भी कदम की ऊर्जा नहीं रख रही है। (Haryana budget)

 

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उन्होंने समाज में बढ़ते बेरोजगारी की चिंता जताते हुए कहा कि बजट में युवाओं के लिए कोई रोजगार सृष्टि की योजना नहीं है और उन्हें नौकरी की कमी से निजात पाने के लिए आत्मनिर्भर बनने का समर्थन करने के लिए कोई प्रेरणा नहीं मिल रही है।

 

इसके साथ ही, सैलजा ने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति लोगों की मांग को बताते हुए कहा कि बजट में इस संबंध में कोई विशेष योजना नहीं है और लोगों को उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में सामूहिक सुरक्षा के लिए उनकी उम्मीदों में कमी है।

 

कुल मिलाकर, सैलजा ने बजट को एक और सरकारी वायदा बताते हुए कहा कि इससे यह साबित हो रहा है कि गठबंधन सरकार ने अपने वायदों को पूरा करने के लिए कोई नई पहचान नहीं बनाई है और जनता की आस्था को ठेस पहुंचा रही है। (Haryana budget)

Haryana budget:-चुनावी वायदों की भूल, कुमारी सैलजा ने किया बजट पर हमला

सैलजा ने आगे बढ़ते हुए कहा कि बजट में कोई भी नई पहल नहीं हुई है जो समाज के सभी वर्गों को समृद्धि की दिशा में ले जा सके। उन्होंने युवा पीढ़ी को रोजगार के अवसरों से वंचित रखने के लिए सरकारी कदमों की मांग की और इसे एक महत्वपूर्ण दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है।

 

उन्होंने बताया कि बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण योजना नहीं है और यह भी दिखता है कि सरकार ने इन क्षेत्रों में किसी नई रणनीति का परिचय नहीं किया है। इससे जनता को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार होने की उम्मीद नहीं है।

 

कुमारी सैलजा ने अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं की मांग को बढ़ाते हुए कहा कि बजट में इस पर कोई विशेष योजना नहीं है और इससे लोगों की चिंता बनी रहेगी कि कैसे सरकार उनकी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगी।

 

उन्होंने यह भी उजागर किया कि बजट में किसानों के लिए कोई विशेष योजना नहीं है और इससे यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया है।

 

इसके साथ ही, सैलजा ने बजट को एक और सरकारी वायदा बताते हुए कहा कि इससे यह साबित हो रहा है कि गठबंधन सरकार ने अपने वायदों को पूरा करने के लिए कोई नई पहचान नहीं बनाई है और जनता की आस्था को ठेस पहुंचा रही है। इस पर और भी गहराई से चर्चा करते हुए उन्होंने सामाजिक सुरक्षा, न्याय और विकास के सभी क्षेत्रों में सरकार की विफलताओं को उजागर किया। Haryana budget

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