Election Commission: ये एप मतदाताओं के लिए बेहद जरूरी
Election Commission ने शुरू किए हुए हैं बीस मोबाईल एप मतदाता व उम्मीदवारों की सुविधा के लिए बनाए गए हैं मोबाइल एप
Election Commission 20 मार्च। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं की सुविधा के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने बीस से अधिक ऑनलाईन एप शुरू किए हुए हैं। जिनका प्रयोग कर मतदाता या कोई भी उम्मीदवार अपनी समस्या का निवारण करवा सकता है।
Election Commission: उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया को सरल एवं सुविधाजनक बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने ऑफलाईन ही नहीं, अपितु ऑनलाईन भी अनेक सेवाएं शुरू की हुई हैं।
Election Commission: इस पोर्टल पर कर सकेगे आवेदन
उदाहरण के तौर पर 18 साल का कोई युवा या युवती अपना वोट बनवाना चाहता है तो वह वोटर्स ECIN पर ऑनलाईन आवेदन कर सकता है। यह सुविधा केवल तब तक है, जब तक कि लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती। नामांकन पत्रों के दाखिल शुरू होने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। गुरूग्राम में यह प्रक्रिया 29 अप्रैल से आरंभ होगी और 6 मई तक जारी रहेगी।
इसी प्रकार निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल के नाम से एक नया एप शुरू किया है। इस मोबाइल एप को डाऊनलोड कर कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता की कहीं अवहेलना हो रही है तो उसकी फोटो या वीडियो बनाकर अपनी शिकायत भेज सकता है। जिसका निवारण निर्वाचन कार्यालय की ओर से 100 मिनट में किया जाएगा।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए भी निर्वाचन आयोग ने कैंडीडेट नोमिनेशन एपलिकेशन के नाम से एक एप बनाया है। कोई भी प्रत्याशी इस एप का प्रयोग कर अपने आवेदन को इस एप पर ऑनलाईन दर्ज करवा सकता है।
Election Commission: आनलाईन भुगतान
इसमें आनलाईन भुगतान के माध्यम से अपनी जमानत राशि जमा करने का विकल्प प्रदान किया गया है। एक बार आवेदन दर्ज होने के बाद उम्मीदवार कैंडीडेट सुविधा एप का प्रयोग कर अपने आवेदन की आगामी कार्यवाही पर नजर रख सकते हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के लिए आयोग ने एनकोर के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों का आवश्यक डाटा फीड रहता है। उम्मीदवारों की संपत्ति के विवरण को देखने के लिए आयोग ने शपथ पत्र पोर्टल बनाया है। इस एप पर किसी उम्मीदवार की चल-अचल संपत्ति, हलफनामे को आनलाईन देखा जा सकता है।
सी-विजिल
- आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों का त्वरित निराकरण इस एप से हो सकेगा।
- अब आम नागरिक आचार संहिता उल्लंघन के मामलों की शिकायत केवल फोटोग्राफ एवं वीडियो के माध्यम से ही नहीं बल्कि आडियो क्लिप के माध्यम से भी कर सकेंगे।
- यदि कोई नागरिक इस विधानसभा क्षेत्र में आचार संहिता उल्लंघन की कोई घटना देखता है तो उसका वीडियो या ऑडियो सी-विजिल एप्लीकेशन पर भेजकर शिकायत कर सकता है।
- यह एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर पर उपलब्ध है और सामान्य मामलों में शिकायतों की जांच 100 मिनट के भीतर हो जाती है।
वोटर सर्विस पोर्टल
वोटर सर्विस पोर्टल उन लोगों के लिए बेहद खास जो अभी नए वोटर हैं या 18 वर्ष से अधिक उम्र के वो नागरिक जिनका नाम मतदाता सूची से नहीं जुड़ा है। मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए लोग ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं।
इसी के साथ लोग पंजीकृत मतदाता नाम या पता संशोधन करने के लिए या अपना नाम मतदाता सूची से हटवाने के लिए भी यहां आवेदन कर सकते हैं।
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जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार भारत निर्वाचन आयोग ने बूथ एप के माध्यम से मतदाताओं की डिजिटल पहचान करने की सेवा शुरू की है। मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप को अपने ईपीआईसी कार्ड से जोडक़र अपनी मतदाता पर्ची को डाऊनलोड कर सकते हैं। वोटर टर्नआउट एप में कुल जनसंख्या के अनुपात में बने वोटों की संख्या को देखा जा सकता है।
Election Commission: वोटर पोर्टल व वोटर हेल्पलाइन एप मतदाताओं को अपना डाटा देखने की सुविधा प्रदान करते हैं। दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए आयोग ने पीडब्ल्यूडी एप आरंभ किया है। इस एप का प्रयोग कर दिव्यांगजन अपने नाम, मतदाता पहचान पत्र आदि की जांच कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाईट पर इन सभी एप और उनके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।