Election 2024 :- गत एक वर्ष में गुरुग्राम जिले में बढ़ गये 85 हजार मतदाता, वहीं जिला अम्बाला में घटे 30 हज़ार
Election 2024, 25 लाख मतदाताओं के साथ गुड़गांव हरियाणा का सबसे बड़ा लोकसभा हलका
अप्रैल – मई 2024 में निर्धारित 18 वीं लोकसभा आम चुनाव के मतदान से पूर्व मतदाता संख्या में हो सकती है और बढ़ोतरी — एडवोकेट हेमंत
Election 2024, चंडीगढ़- भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हरियाणा के मुख्य चुनाव अधिकारी (सी.ई.ओ.) द्वारा प्रदेश के सभी 22 ज़िलों में कुल रजिस्टर्ड मतदाताओं की ताज़ा संख्या को इस वर्ष 1 जनवरी 2024 की योग्यता तिथि के आधार पर अपडेट किया गया एवं फाइनल मतदाता सूचियों का प्रकाशन गत माह 22 जनवरी 2024 को किया गया जिनके आधार पर हरियाणा में अब कुल 1 करोड़ 98 लाख 34 हजार 602 मतदाता हैं. इस कुल संख्या में सभी 90 विधानसभा हलकों के ट्रांसजेंडर (किन्नर), दिव्यांग, ओवरसीज (एन.आर.आई.) और सर्विस मतदाता भी शामिल हैं.
बहरहाल, इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार (9416887788) ने भारतीय चुनाव आयोग से आधिकारिक आंकड़े प्राप्त कर उनका अध्ययन और विश्लेषण कर बताया कि जहाँ तक प्रदेश के 10 लोकसभा हलकों का विषय है, तो इस आधार पर गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र मतदाताओ की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा हलका है जहाँ वर्तमान में कुल मतदाता 25 लाख 5 हज़ार 345 है.
Election 2024आंकड़ों अनुसार गुरुग्राम ज़िले के अंतर्गत पड़ने वाले बादशाहपुर विधानसभा हलके में 4 लाख 63 हजार 549 मतदाता है एवं मतदाताओं की दृष्टि से यह प्रदेश का सबसे बड़ा विधानसभा हलका है.
Election 2024, गुड़गांव के बाद मतदाताओ की दृष्टि से प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा लोकसभा हलका फरीदाबाद है जहाँ 23 लाख 60 हज़ार 983 मतदाता है. फरीदाबाद लोकसभा सीट पर फरीदाबाद जिले के 6 विधानसभा हलके — पृथला, फरीदाबाद एन.आई.टी., बड़खल, बल्लभगढ़,फरीदाबाद और तिगांव एवं पलवल जिले के तीन विधानसभा हलके – हथीन, होडल और पलवल पड़ते हैं.
फरीदाबाद के बाद तीसरा सबसे बड़ा लोकसभा हलका करनाल है जहाँ 20 लाख 78 हज़ार 7 मतदाता है. करनाल लोकसभा सीट में करनाल जिले के पांच विधानसभा हलके — करनाल, नीलोखेड़ी, इंद्री, घरौंडा और असंध जबकि पानीपत जिले के चार विधानसभा हलके – पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण, इसराना और समालखा शामिल है.
करनाल के बाद मतदाताओ के आधार पर अम्बाला लोकसभा हलका चौथा सबसे बड़ा है जहाँ 19 लाख 78 हज़ार 278 मतदाता है. अम्बाला लोकसभा हलके में अम्बाला जिले के चार विधानसभा हलको – अम्बाला शहर, अम्बाला कैंट, नारायणगढ़ और मुलाना एवं पंचकूला जिले के दो — कालका और पंचकूला तथा यमुनानगर जिले के जगाधरी, यमुनानगर,साढौरा हलके शामिल है.
अम्बाला के बाद सबसे बड़ा सिरसा लोकसभा हलका है जहाँ 19 लाख 24 हज़ार 259 मतदाता है. इस हलके में सिरसा जिले के पांचों विधानसभा हलके – कालांवाली, डबवाली, रानियां, सिरसा और ऐलनाबाद, फतेहाबाद जिले के तीन — रतिया, टोहाना और फतेहाबाद और जींद जिले का नरवाना विधानसभा हलका शामिल है.
सिरसा के बाद रोहतक लोकसभा हलका पड़ता है जहाँ 18 लाख 87 हज़ार 457 मतदाता हैं. इस हलके में रोहतक जिले के चारों विधानसभा हलके – महम, गढ़ी सांपला किलोई, रोहतक और कलानौर हलके, झज्जर जिले के चार – बहादुरगढ़, बादली,झज्जर और बेरी हलके एवं रेवाड़ी जिले का कोसली विधानसभा हलका शामिल है. रोचक बात यह है कि पिछले एक वर्ष में रोहतक ज़िले में मतदाताओं की संख्या 4228 जबकि झज्जर जिले में 2455 घट गई है.
उसके बाद भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा हलका है जहाँ 17 लाख 98 हजार 796 मतदाता है. इस हलके में भिवानी जिले के तीन — लोहारु, भिवानी और तोशाम, चरखी दादरी के दो – बाढ़डा और दादरी एवं महेंद्रगढ़ जिले के चार – अटेली, महेंद्रगढ़, नारनौल और नांगल चौधरी विधानसभा हलके शामिल है.
सबसे कम मतदाता सोनीपत लोकसभा हलके में 17 लाख 47 हज़ार 463 है. इस हलके में सोनीपत जिले के चारों विधानसभा हलके –गनौर, राई, खरखौदा, सोनीपत, गोहाना और बरोदा जबकि जींद जिले के तीन- जुलाना, सफीदों और जींद विधानसभा हलका शामिल है.
(Election 2024) हेमंत ने यह भी बताया कि हालांकि दिसम्बर, 2021 में देश की संसद द्वारा निर्वाचन विधि (संशोधन) कानून, 2021 पारित किया गया था जिसे 1 अगस्त, 2022 से लागू किया गया. इसके द्वारा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 में अन्य संशोधनों के साथ ही यह भी प्रावधान किया गया है कि हर वर्ष केवल 1 जनवरी को ही नहीं बल्कि 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर को भी 18 वर्ष की आयु पूरे करने वाले स्थानीय निवासियों का नाम सम्बंधित क्षेत्र की मतदाता सूचियों में शामिल किया जा सकता है जिससे आगामी तीन माह अर्थात अप्रैल-मई 2024 में निर्धारित 18 वीं लोकसभा आम चुनाव के मतदान से पूर्व मतदाता संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है.