Belarus Tractor: 1966 मॉडल बेलारूस ट्रैक्टर ने इस किसान व खेत की बदल दी तकदीर की तस्वीर
Belarus Tractor: दोस्तों आपने ट्रेकटर तो काफी देखे होंगे पर हरियाणा के सिरसा जिले में कुत्ताबढ़ गांव के किसान हरिश मेहता ने अपने खेत में आज भी पुराना ट्रैक्टर खड़ा किया हुआ है।
Belarus Tractor, 1966 मॉडल बेलारूस टै्रक्टर के बारे में खास बातें जानकार आप दंग रह जाएंगे। इस ट्रैक्टर के बारे में किसान हरिश कुमार से खास बातें जानकार आप हैरान रह जाएंगे।
Belarus Tractor: यूं बदली किसान की तकदीर
बातचीत के दौरान हरिश कुमार ने बताया कि उनके घर पर जैसे ही 1966 व 1967 मॉडल का बेलारूस ट्रैक्टर खरीदा गया। इसके बाद तो हमारी तकदीर ही बदल गई। अब भी यह ट्रैक्टर हमारे खेत में खड़े हुए हैं। ये कहना है सिरसा जिले के गांव कुताबढ़ निवासी किसान हरिश कुमार मेहता का। उनके पास आज भी 1966 व 1967 मॉडल के दो बेलारूस ट्रैक्टर खड़े हुए हैं। जिनको वह किसी भी कीमत में बेचने के लिए तैयार नहीं है।
Belarus Tractor: 30 हजार में किसान ने की खरीद
आज आपको बता दें कि सबसे खास बात तो ये हैं यह उस में 30 हजार रुपये में खरीद कर लाए थे। वह भी मध्यप्रदेश के ग्वालियर से। हरिश कुमार ने बताया कि 1966 व 67 मॉडल बेलारूस ट्रेक्टर है। जो वह अब किसी भी कीमत पर बेचना के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि इन ट्रैक्टरों को काफी शुभ मानते है। ट्रैक्टर के साथ साथ पुराने जमाने के अनेक रेडियों भी घर पर रखे हुए हैं।
Belarus Tractor: गांव में पहली बार आया बड़ा ट्रैक्टर
बता दें कि उस समय जब ग्वालियर से हरीश कुमार ट्रैक्टर लेकर आए थे तब उस समय में गांव के अंदर बड़ा ट्रैक्टर नहीं था। यही वजह की आस पास गांव के लोग देखने आए। वहीं जब भी कहीं पर या खेत में लेकर जाते थे। लोग ट्रैक्टर देखने के लिए एकत्रित हो जाते थे। उस समय में यह ट्रैक्टर नई तकनीक से बना हुआ था।
हरिश कुमार ने बताया कि इस ट्रैक्टर की बदौलत उन्होंने काफी तरक्की की। खेत में अभी खड़ा किया हुआ टै्रक्टर
हरिश मेहता ने अपने खेत में ही ट्रैक्टर को खड़ा किया हुआ है। यहां से गुजरने वाले लोग ट्रैक्टर को देखने के लिए जरूर पहुंचते हैं। इसके बारे में खास बातें भी लोग हरिश कुमार से पूछते रहते हैं।
Belarus Tractor: ट्रेक्टर की अन्य जानकारी
1966 मॉडल बेलारूस ट्रैक्टर भी उसी समय का एक महत्वपूर्ण मशीनरी है। यह ट्रैक्टर उत्कृष्ट निर्माण और क्रमशः प्रगति के साथ साथ मजबूती के लिए जाना जाता था। 1966 में बेलारूस ट्रैक्टर के नए मॉडल के आने से कृषि क्षेत्र में यह एक बड़ी क्रांति लाया था। इसमें नए तकनीकी उन्नतियाँ थीं जो कृषि कार्यों को सुगम और तेज़ बनाती थीं। यह ट्रैक्टर भारतीय किसानों के लिए भी एक अहम उपकरण बन गया था, जो उन्हें कठिन कामों को सरल बनाने में मदद करता था।
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1966 मॉडल बेलारूस ट्रैक्टर को एक ऐतिहासिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह एक नई युग की शुरुआत का प्रतीक बन गया। इसकी मजबूती, टिकाऊता और प्रदर्शन क्षमता ने इसे कृषि क्षेत्र में एक विशेष स्थान दिलाया। इसके प्रभावी डिजाइन ने इसे बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाने वाला ट्रैक्टर बना दिया, जो कई विभिन्न कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त था।
इसके माध्यम से, किसान अपने क्षेत्र में उच्च उत्पादकता को बढ़ा सकते थे और कृषि उत्पादों की उत्पादन में सुधार कर सकते थे। इसके साथ ही, बेलारूस ट्रैक्टर भारतीय कृषि उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता रहा है, जिससे किसानों की जिंदगी को सुगम बनाने में मदद मिली।