Breaking update:- पहले मुगलों से लड़े और अब इस युग के तानाशाह से लड़ रहे है, रमेश दलाल

Breaking update मराठे ओबीसी आरक्षण के लिए जहा सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांजे के नेतृत्व में लड़ रहे है वहीं 12 राज्यों के जाट अब केंद्र की ओबीसी श्रेणी में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय किसान नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील रमेश दलाल के नेतृत्व में लड़ रहे है।

 

ये दोनो नेता 1 मार्च 2024 से आमरण अनशन सत्याग्रह आंदोलन आरंभ करने जा रहे है। मराठा मनोज महाराष्ट्र के जालना जिले में अनशन करेंगे तो चौधरी रमेश दलाल हरियाणा के झज्जर जिले में के एम पी मांडोठी आसौदा टोल प्लाजा, बहादुरगढ़ में आमरण अनशन एक मार्च से करेंगे।

 

दोनो महान जातियों ने अब की बार दूसरी जातियों से टकराव की बजाय अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए अपने ऐसे नेताओं को नेतृत्व सौंपा है जो अपने अपने समाज में सम्मान से देखे और सुने जाते हैं।

 

इन दो महान जातियों का ओबीसी आरक्षण के लिए एक ही समय में आंदोलन हो रहा है। लगता हैं अब इस युग के तानाशाह को मराठा और जाट आरक्षण का मुद्दा भारी पड़ने वाला है।

 

इतना तो तय है कि ये दोनो बहादुर जातियों ने अच्छी छवि के दो महान आत्माओं को तानाशाह से लड़ने के लिए आगे किया है। अबकी बार मराठे और जाट चुनाव आचार सहिंता से पहले बढ़ती बेरोजगारी और अपनी जातियों के युवाओं को सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए मजबूती से लड़ेंगे।

 

इन दोनो जाट और मराठा जाति में जमीन की जोत कम होने और सरकारी नौकरी नहीं मिलने से आज युवाओं की शादियां नही हो रही है।

 

एक सर्वेक्षण के अनुसार जाट जाति में 38 प्रतिशत बिन शादियां अपना जीवन यापन एक शुद्र की तरह कर रहे हैं। यदि इन दो महान जातियों को ओबीसी के श्रेणी में आरक्षण नही मिला तो मराठे और जाट अपनी पहचान और शक्ति को खो देंगे।

 

आशा है आप इस सूचना को आगे शेयर करके जाट और मराठा आंदोलन को अपना समर्थन देंगे।

 

Breaking update:- पहले मुगलों से लड़े और अब इस युग के तानाशाह से लड़ रहे है, रमेश दलाल
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Delhi breaking update 

दिल्ली पुलिस और एनसीबी ने ज्वाइंट ऑपरेशन में एक इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. ये सिंडिकेट अब तक 2000 करोड़ की ड्रग्स बेच चुका है।

 

जांच में पता चला कि इस सिंडिकेट का सरगना कोई और नहीं बल्कि तमिल फिल्म इंडस्ट्री का एक नामी प्रोड्यूसर है।उसकी एक फिल्म मार्च महीने में रिलीज होने वाली है प्रोड्यूसर फिलहाल फरार है।

 

उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।जानकारी के मुताबिक,दिल्ली में 50 किलोग्राम स्यूडोफेड्रिन के साथ इस सिंडिकेट से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

इस गिरोह का नेटवर्क भारत के साथ न्यूजीलैंड,ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया तक फैला हुआ है. हेल्थ मिक्स पाउडर, सूखा नारियल जैसे खाद्य पदार्थों की आड़ में हवाई और समुद्री कार्गो के जरिए इसकी तस्करी की जा रही थी।

 

मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और एनसीबी की एक ज्वाइंट टीम बनाई गई।लगभग 4 महीने की जांच के बाद पता चला कि ये सिंडिकेट ऑस्ट्रेलिया में एक और खेप भेजने की कोशिश कर रहा है।

 

इसके बाद टीम ने बीते 15 फरवरी को पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर में उनके गोदाम में छापा मारा. उस वक्त आरोपी स्यूडोएफेड्रिन को मल्टीग्रेन खाद्य मिक्सचर की एक कवर खेप में पैक करने की कोशिश कर रहे थे।

 

इस सांठगांठ के मास्टरमाइंड की पहचान एक तमिल फिल्म निर्माता के रूप में की गई है,जो फरार है।उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है, ताकि स्यूडोएफेड्रिन के सोर्स का पता लगाया जा सके।

 

 

इसके अलावा एनसीबी संबंधित देशों में स्थित गुर्गों को पकड़ने के लिए न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों तक पहुंच गई है,ताकि पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके।

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