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Weather Report : हरियाणा समेत कई राज्यों में मौसम रहेगा खराब, इन जगहों पर होगी बारिश

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Weather Report : हरियाणा समेत कई राज्यों में मौसम रहेगा खराब, इन जगहों पर होगी बारिश
Weather Report : हरियाणा में रविवार को भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। हरियाणा समेत कई प्रदेशों में फिर से मौसम के अंदर बदलाव होगा। जहां पर हवाएं व गरजचमक के साथ कहीं कहीं बरसात होगी। मौसम को लेकर चेतावनी दी गई है। मौसम को लेकर हरियाणा कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने पूर्वानुमान में बताया गया है कि Haryana प्रदेश में 8 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की उम्मीद है। हरियाणा में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मानसून का कोटा हरियाणा में लगभग पूरा हो चुका है। आमतौर पर मानसून सीजन के दौरान में जहां 401.1 एमएम बारिश होती है। लेकिन अबकी बार प्रदेश में 390.4 एमएम बरसात हुई है। आज इन जिलों में होगी बारिश विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, प्रदेश के यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दिन भर आसमान में बादल छाये रहने से दिन के तापमान में भी हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है. बीते 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बरसात कुरुक्षेत्र जिले में हुई. यहां 15 एमएम बरसात दर्ज की गई। आगे ऐसा रहेगा मौसम प्रदेश के 6 जिलों में अब तक सामान्य से कम बरसात हुई है. कम बरसात के चलते धान की पैदावार करने वाले किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। देश में ऐसा रहेगा मौसम का हाल मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा 30.8 डिग्री उत्तर अक्षांश और 81.2 डिग्री पूर्व देशांतर, लखीमपुर खीरी, शिवपुरी, कोटा, उदयपुर, दीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, अक्षांश 21 डिग्री उत्तर और देशांतर 70 डिग्री पूर्व से होकर गुजरती रहती है। अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिम UP के शेष हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ और हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी बांग्लादेश और उससे सटे उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल पर बना हुआ है, जो मुख्य समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश से ट्रफ रेखा उत्तरी बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण तक और निचले स्तर पर बिहार से होते हुए उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में शामिल होने तक फैली हुई है। एक कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के जुड़ने वाले तटीय क्षेत्रों पर बना हुआ है, जिससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा में झुक रहा है। मौसम की गतिविधि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बांग्लादेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, केरल के कुछ हिस्सों, दक्षिण कर्नाटक और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर INDIA, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, कर्नाटक, महाराष्ट्र, लक्षद्वीप और पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बरसात संभव है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, दक्षिणी ओडिशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और लक्षद्वीप में हल्की बरसात संभव है।
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