Haryana News: इस जिले में रोजगार कार्यालय हुआ बंद, पेड़ के नीचे बेंचों पर बैठकर काम कर रहे कर्मचारी, जानें क्यो

इस कार्यालय में 15 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं, जो अब पेड़ के नीचे बैठकर अपनी जिम्मेदारी निभाने को मजबूर हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बिना किसी पुख्ता इंतजाम के कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया है, जिससे उनका काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। यह मामला प्रशासनिक प्रबंधन व जनहित की अनदेखी का उदाहरण बन गया है। वहीं, कृषि विभाग के सहायक कृषि अभियंता का कार्यालय भी यहां चल रहा है। इस कार्यालय को भी खाली करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि कृषि विभाग के इस कार्यालय में रोजाना किसान कृषि उपकरण लेने आते हैं। जल्द ही इस कार्यालय पर भी कार्रवाई हो सकती है।
बेरोजगार युवाओं को हो रही परेशानी
पूंडरी निवासी मानसी ने बताया कि वह बेरोजगारी भत्ता लेने के लिए कार्यालय आई थी। यहां आने पर उसे पता चला कि कार्यालय पर ही ताला लगा हुआ है। कल आवेदन की अंतिम तिथि है, अगर आज उसका फार्म जमा नहीं हुआ तो वह सरकारी योजना से वंचित रह जाएगी। इसके अलावा इस कार्यालय में प्रतिदिन बड़ी संख्या में युवा अपने भविष्य की उम्मीद लेकर आते हैं। कार्यालय के बाहर ताला लगा होने और पेड़ के नीचे काम होने के कारण अब उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
क्या है मामला?
चेयरमैन कर्मबीर कौल की अध्यक्षता में जिला परिषद सदन की बैठक में जिला रोजगार कार्यालय को खाली करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन से उनके भवन से कमरे खाली करने के लिए पत्राचार किया गया था। इस पर संज्ञान लेते हुए एडीसी दीपक बाबू लाल करवा ने 2 महीने पहले जिला सचिवालय में शिफ्ट करने के लिए वैकल्पिक कमरा तैयार करवाया था, लेकिन रोजगार कार्यालय के अधिकारी ने इसे शिफ्ट नहीं किया। बार-बार चेतावनी के बावजूद कमरा खाली न करने पर सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया और कमरे में ताला लगा दिया गया। अब ये कर्मचारी जिला परिषद कार्यालय के प्रांगण में पेड़ों के नीचे बेंच पर बैठकर अपनी ड्यूटी का समय पूरा करते हैं। इस घटना से युवाओं और कर्मचारियों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया है। बेरोजगार युवाओं का कहना है कि यह कार्यालय उनके लिए उम्मीद की किरण था, लेकिन अब उन्हें अपना जरूरी काम पूरा किए बिना ही लौटना पड़ रहा है।