हरियाणा के फरीदाबाद में बुजुर्ग की खुदकुशी, ‘भगवान बचाए ऐसे बेटे-बहू से, ऐसी जिल्लत से मरना अच्छा’

जानकारी के मुताबिक, बुजुर्ग की पहचान कुबेरनाथ शर्मा (67) के रूप में हुई है। वह अपनी पत्नी, बेटे शैलेश कुमार शर्मा, बहू आकांक्षा और पोते के साथ पिछले 4 साल से सोसायटी के एक फ्लैट में किराए पर रह रहे थे। उन्होंने 22 फरवरी को आत्महत्या कर ली थी। हालांकि, मामले का पूरा खुलासा अब जाकर हुआ है। बुजुर्ग ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। उन्होने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि बेटे और बहू चप्पल से मारेंगे तो जीने से अच्छा मरना है....।
खबरों की मानें, तो कुबेरनाथ के बेटे शैलेस ने शुरुआत में पुलिस को बताया था कि उसके पिता बीमारी से परेशान थे। इसलिए, उन्होंने सुसाइड कर ली। लेकिन, जब पुलिस को जांच में सुसाइड नोट मिला तो इस बात का खुलासा हुआ है कुबेरनाथ ने आत्महत्या क्यों की।
बताया जा रहा है कि कुबेरनाथ की जेब से मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि बेटा और बहू चप्पलों से मारेंगे तो ऐसे जीने से अच्छा मरना ही भला है। इसमें किसी का भी दोष नहीं है। ये सब ऊपर वाले की मर्जी है। मेरे सभी जानने वाले भाई-बहनों को मेरा प्रणाम......
पुलिस ने बेटे और बहू पर किया केस दर्ज
वहीं पुलिस का कहना है कि कुबेरनाथ के बेटे और बहू के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा कर लिया है। उनका बेटा एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। जबकि, बहू टीचर है। यह घटना 22 जनवरी शाम 4 बजे की है। अस्पताल से जानकारी मिली थी कि एक बुजुर्ग को अस्पताल में लाया गया है, उसने सुसाइड करने की कोशिश की है। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।