Elevated Expressway : ये है देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे, लोगों को मिलेगा ये बड़ा फायदा
Oct 18, 2024, 11:20 IST
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Elevated Expressway : भारत में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसके लिए भारत की सड़क निर्माण योजना के तहत देशभर में कई नए हाईवे और एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक खास नाम है द्वारका Expressway है। यह Expressway न सिर्फ अपनी तकनीकी विशेषताओं के कारण खास है बल्कि इसके बन जाने से NCR के लाखों लोगों को रोजमर्रा की ट्रैफिक समस्या से छुटकारा मिलेगा। देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड Expressway द्वारका Expressway भारत का पहला 8-लेन एक्सेस कंट्रोल एलिवेटेड Expressway है। इसकी कुल लंबाई 29 किमी है, जिसमें से 18.9 किमी हरियाणा में और 10.1 किमी दिल्ली में आता है। इसका निर्माण बेहद आधुनिक तकनीक से किया जा रहा है, जो इसे अन्य Expressway से अलग बनाता है। इस Expressway के निर्माण का मुख्य उद्देश्य दिल्ली-गुरुग्राम के बीच बढ़ते ट्रैफिक को कम करना है। साथ ही यह नेशनल हाईवे-48 (NH-48) पर दबाव को कम करेगा। द्वारका Expressway से जुड़ी अहम जानकारियां द्वारका Expressway की खासियत यह है कि यह IGI एयरपोर्ट के पास स्थित शिव मूर्ति से शुरू होकर गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल तक जाता है। इसके दिल्ली सेक्शन में 3.6 किमी लंबी उथली सुरंग (टनल) भी बनाई जा रही है, जो इस पूरे प्रोजेक्ट का सबसे आकर्षक हिस्सा है। यह सुरंग 9-लेन की होगी और इसका एक हिस्सा विस्फोट-रोधी (blast-resistant) भी होगा, जो सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण विशेषता है। यह Expressway प्रतिदिन लगभग 40,000 कारों को समायोजित कर सकेगा, जिससे दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यातायात बेहद सुगम होगा। द्वारका Expressway: NCR की ट्रैफिक समस्या का समाधान द्वारका Expressway के निर्माण से NCR के लाखों लोगों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। फिलहाल नेशनल हाईवे-48 पर दिल्ली-गुरुग्राम के बीच भारी ट्रैफिक जाम की समस्या आम बात हो गई है। इस Expressway के शुरू होने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा, जिससे यात्रियों का सफर आसान और तेज हो जाएगा। इसके अलावा, द्वारका Expressway IGI एयरपोर्ट को खेड़की दौला टोल से सीधे जोड़ेगा, जिससे हवाई यात्रियों को भी ट्रैफिक की समस्या से छुटकारा मिलेगा और वे समय पर अपनी उड़ानें पकड़ सकेंगे। 9 हजार करोड़ की लागत से बन रहा है भारत का सबसे छोटा Expressway द्वारका Expressway का निर्माण लगभग 9 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई सिर्फ 29 किमी है, लेकिन इसकी तकनीकी संरचना और लाभ इसे देश के सबसे बड़े Expressway से भी अधिक महत्वपूर्ण बनाते हैं। इसमें 9 किमी लंबा और 34 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड भी शामिल है, जो इसे और भी खास बनाता है। इतना ही नहीं, द्वारका Expressway को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाया जा रहा है, जो देश में बुनियादी ढांचे के विकास का एक बड़ा हिस्सा है। 2024 तक ऑपरेशनल होगा Expressway द्वारका Expressway का हरियाणा सेक्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 11 मार्च को उद्घाटन किया गया था, और इसके 2024 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल होने की उम्मीद है। एक बार चालू हो जाने पर, यह न केवल दिल्ली-NCR के यात्रियों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। लोगों को क्या होंगे फायदे? इस Expressway के बनने के बाद, नेशनल हाईवे 8 पर ट्रैफिक का बोझ कम होगा और यातायात में सुधार आएगा। इसके साथ ही, यह Expressway उन लोगों के लिए भी फायदेमंद होगा जो दिल्ली, गुरुग्राम और अन्य NCR शहरों के बीच यात्रा करते हैं। इसके अलावा, इस Expressway के शुरू होने से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच यात्रा करने वाले वाहन चालकों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी, जिससे प्रदूषण कम होगा और पर्यावरण को भी फायदा पहुंचेगा। बढ़ती आबादी और यातायात का समाधान दिल्ली-NCR में बढ़ती आबादी और तेजी से बढ़ते यातायात को देखते हुए द्वारका Expressway का निर्माण एक महत्वपूर्ण कदम है। यह Expressway न केवल यातायात की समस्या का समाधान करेगा, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, Expressway से सटे क्षेत्रों में रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों को भी लाभ मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।