Ranjeet singh: ऊर्जा मंत्री की टिकट पर मंडराए खतरे के बादल, दादा पोता में होगा चुनावी महासंग्राम
रानियां 29 अगस्त।
Ranjeet singh: हरियाणा प्रदेश में एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा में दो कैबिनेट मंत्रियों की टिकट पर सस्पेंस बना हुआ है ।
Ranjeet singh: जिसके कारण दोनों ही मंत्री अपनी टिकट के लिए प्रेशर की राजनीति अपनाए हुए हैं लेकिन भाजपा बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं के भी प्रेशर में आने वाली नहीं है ।
पार्टी की ओर से टिकट न मिलने से मायूस होकर ऊर्जा मंत्री ने रानियां हल्के में कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाकर तुर्प का इक्का चलने का गेम खेला गया ।
इस बैठक में कई बातें कलियर करते हुए रानियां से चुनाव लड़ने का दावा ठोक दिया है । दावे ठोके जाने के बावजूद भी भाजपा हाई कमान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है इसके उपरांत ऊर्जा मंत्री ने रानियां विधानसभा क्षेत्र के गांवों का दौरा भी शुरू कर दिया है इन दौरों में खास बात यह है कि वे प्रत्येक गांव में करवाए गए विकास कार्यों का बही खाता साथ रखते हैं और खुलकर टाइम दे रहे हैं जितना टाइम कभी आज तक नहीं दिया होगा ।
वे एक-एक वोटर की नब्ज टटोलने में लगे हुए हैं । सूत्रों ने बताया कि हिसार से अर्बन लोकल बॉडी डिपार्टमेंट मंत्री डा कमल गुप्ता और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए उर्जा मंत्री रणजीत चौटाला दोनों मंत्रियों की टिकट का सस्पेंस बना हुआ है।
बताया जाता है कि इस चुनाव में भाजपा मात्र एक सीट वाली हरियाणा लोकहित पार्टी के साथ गठबंधन की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही थी लेकिन इन चर्चाओं को उस वक्त ज्यादा हवा दे दी गर्ई जब प्रदेश के
Ranjeet singh: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों सिरसा में विधायक गोपाल कांडा के आवास पर मुलाकात कर
भाजपा और हलोपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की घोषणा करने के अगले ही दिन भाजपा नेता गोविंद कांडा ने अपने पुत्र धवल कांडा को रानियां सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी । जिससे ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला की टिकट पर खतरे के बादल मंडराने लगे । आनन फानन में अगले ही दिन गाबा रिसोर्ट में
कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुला ली जिसमें भाजपा के किसी भी बड़े नेता या कार्यकर्ताओं को निमंत्रण
नहीं दिया गया। इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि बिजली मंत्री रणजीत चौटाला की भाजपा से टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा था और अगले ही दिन बिजली मंत्री ने
ने कालांवाली हल्का में एक प्रेस वार्ता कर भाजपा के खिलाफ बागी तेवर दिखाते हुए बगावत पर उतारू हो गए और भाजपा को चुनौती देते हुए रानियां से हर हालत में चुनाव लड़ने का फरमान जारी करके मानो एक धमकी दे डाली है।
विधानसभा के चुनावों को लेकर किए गए सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार रानियां विधानसभा सीट से रणजीत चौटाला की टिकट रेड जोन में बताई जाती है और लोगों का कहना है कि ऊर्जा मंत्री को भाजपा की ओर से टिकट न मिली तो वे हर हालत में रानियां से चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं जो कि आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ना संभव माना जा रहा है। इस चुनाव में ऊर्जा मंत्री को 20 से 25 हजार वोट मिलने के भी लाले पड़ सकते है वहीं कांग्रेस की ओर से युवाओं के दिलों की धड़कन हॉकी कोच सरदारा सिंह को चुनावी मैदान में उतारने की चर्चाएं जोरों पर चल रही है, यदि सरदारा सिंह चुनावी दंगल में उतरते हैं तो समीकरण चौंकाने वाले हो सकते हैं ।
इसके अलावा कंबोज बिरादरी से वरिष्ठ पत्रकार सर्वमित्र कंबोज जैसे सशक्त चेहरे को मैदान में उतारा जाता है तो भी परिणाम कम रोचक नहीं होने वाले है।
यहां पर यदि इनेलो बसपा प्रत्याशी की बात करें तो ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला और हलोपा प्रत्याशी धवल कांडा के बीच ही होने की संभावना है हालांकि भाजपा ने अभी तक सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के पार्टी हलोपा के साथ
Ranjeet singh: गठबंधन को लेकर कोई औपचारिक रूप से घोषणा नहीं की है।
सूत्रों के अनुसार भाजपा हरियाणा लोकहित पार्टी को तीन सीटों का ऑफर दे रही है जिनमें सिरसा, ऐलनाबाद और रानियां सीटें शामिल हैं जबकि गोपाल कांडा पांच सीटों की डिमांड कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि सिरसा लोकसभा क्षेत्र के पांच विधानसभा सीटों डबवाली, कालांवाली, सिरसा ऐलनाबाद और रानियां क्षेत्र मे भाजपा के पास ऐसा कोई हैवी कैंडिडेट नहीं है जो इन सीटों में से एक भी सीट जीतकर भाजपा की झोली में डाल सके।
यह भी बताया जाता है कि अगर बीजेपी उर्जा मंत्री रणजीत चौटाला को रानियां से टिकट देती है तो यहां पर पार्टी की आंन- बान शान जरूर बच सकती है।
हरियाणा में पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव में हिसार संसदीय सीट पुरे हरियाणा के लोगों की आर्कषक का केंद्र इसलिए बनी हुई थी कि यहां से चौ. देवीलाल दुसरी और तीसरी पीढ़ी आमने-सामने चुनाव में उतरने से हरियाणा की सबसे चर्चित सीट बनने के साथ ही हॉट सीट बन गई थी।
अब विधानसभा चुनाव में रानियां से जहां देवीलाल परिवार की दुसरी और चौथीं पीढ़ी पहली बार फिर आमने-सामने चुनाव मैदान मे ऊर्जा मंत्री रणजीत चौटाला और अर्जुन चौटाला (दादा-पौते) के बीच चुनावी महासंग्राम देखने को मिलेगा ।