15 अगस्त देश का सबसे महत्वपूर्ण दिन, मोगा
ऐलनाबाद रमेश भार्गव
स्थानीय सीएमआरजे राजकीय महाविद्यालय में 78 वें ‘स्वतंत्रता दिवस’ के अवसर पर प्राचार्य डा. भूषण मोंगा की अध्यक्षता तथा श्रीमती सुरेश कुमारी के संयोजन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्राचार्य डा. भूषण मोंगा तथा स्टाफ सदस्यों द्वारा झंडा फहराया गया, तत्पश्चात धुन के साथ राष्ट्रगान गाया गया।
प्राचार्य ने कहा कि भारतीय इतिहास में 15 अगस्त 1947 सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह वो भाग्यशाली दिन है जिस दिन भारत को ब्रिटेन साम्राज्य से आजादी मिली थी। हर साल भारत सरकार के द्वारा इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश देते हुए स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आजादी यह एक ऐसा शब्द है जो प्रत्येक भारतवासी की रगों में खून बनकर दौड़ता है। स्वतंत्रता हर मनुष्य का जन्मसिद्ध अधिकार है।आज हम पूर्ण स्वतंत्र हैं तथा पूरे विश्व में भारत की एक पहचान हैं।
हमारा संविधान आज पूरे विश्व में एक मिसाल है। जिसमें समस्त देशवासियों को समानता का अधिकार है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज भी प्रेम, भाईचारे व एकता का प्रतीक है।
भारत वर्ष के महान संविधान रचयिता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान में विशेष रूप से भारत के प्रत्येक नागरिक को आजादी का अहसास कराया है, अथवा विशेष अधिकार दिए हैं। जब से हमारा भारत आजाद हुआ है तभी से आर्थिक व तकनीकी रूप से हमारा देश सम्पन्नता की ऊंचाइयों तक पहुंचा है।
यह संविधान ही है जो भारत के सभी जाति और वर्ग के लोगों को एक दूसरे के साथ जोड़े रखता है ।भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। उन्होंने कहा की सभी छात्र – छात्राओं को आज के दिन देश की एकता व अखंडता के लिए संकल्प लेना चाहिए, उन्होने देश हित में कार्य के लिए सभी को प्रेरित किया।
प्राचार्य ने आज के ‘विशेष मेहमान’ अनुकृति, सार्थक व अवनी के साथ मिलकर स्वतंत्रता दिवस पर यादगारी पौधा भी लगाया। इसके बाद सभी शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक सदस्यों में तथा विद्यार्थियों में लड्डू बांटे गए। महाविद्यालय के अंग्रेजी की प्राध्यापिका सुरेश कुमारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
महाविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि इस अवसर डा. अमनप्रीत कौर, कुलजीत कौर, प्रो. दलीप सिंह, प्रो. सुरेश कुमारी, प्रो साधा सिंह, प्रो.प्रवीण अग्रवाल, प्रो.सावन कुमार, प्रो. अशोक कुमार, प्रो. राजेश प्रो राजवीर , डा. कविता चौधरी व सुभाष के इलावा गैर – शैक्षणिक स्टाफ सदस्य वेदसिंह, ओमप्रकाश, नंदलाल,हरदेव मनजीत कौर,रमेश, रजिंद्र सिंह,पवन, ओम, राजविंदर कौर, सुनील, सीताराम तथा विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।