Cm Nayab Saini: इस्तीफा देंगे हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी? जानिए क्या है पूरा मामला
Cm Nayab Saini: हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर कुछ बड़ा होने वाला है.
Cm Nayab Saini: आज हरियाणा में ऐसा होने जा रहा है जिसकी उम्मीद कभी भी नहीं लगाई जा सकती थी. हरियााणा के CM nayab saini इस्तीफा दे सकते हैं.. एसी अटकलें लगाई जा रही है।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Vidhan Sabha Election 2024) के लिए नामांकन प्रक्रिया के बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज कैबिनेट की बैठक बुलाई थी जहां विधानसभा भंग करने की सिफारिश की गई। बता दें कि हरियाणा विधानसभा भंग होने के बाद नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक कार्य करते रहेंगे।
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह इस्तीफा दे सकते हैं।
कल हरियाणा कैबिनेट की बैठक थी। जिस बैठक में विधानसभा को भंग करने का फैसला लिया जाने की भी खबर सोशल मीडिया और फेल रही थी।
ऐसे में Cm Nayab Saini मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की खबर निकल कर आ रही थी। बता दें कि सरकार बनने के 6 महीने तक विधानसभा सत्र बुलाना पड़ता है। ऐसे में सरकार के पास सिर्फ एक दिन का समय है।
नियमों के तहत संवैधानिक संकट को टालने के लिए गुरुवार तक सदन की बैठक बुलाना या फिर विधानसभा भंग करना जरूरी है। विधानसभा भंग होने के बावजूद चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक नायब सैनी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते रहेंगे।
जानें क्या कहता है नियम
हरियाणा विधानसभा का अंतिम सत्र 13 मार्च को बुलाया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। नियमों के तहत हर छह महीने में एक बार विधानसभा सत्र बुलाना अनिवार्य है।
संविधान के अनुच्छेद 174 (1) में स्पष्ट उल्लेख है कि विधानसभा के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए। इसलिए सरकार के लिए 12 सितंबर तक सदन की बैठक बुलाना जरूरी है। संवैधानिक संकट टालने के लिए अब विधानसभा भंग करने के लिए राज्यपाल को लिखना होगा।
6 महीने पहले बने थे हरियाणा के सीएम
बता दें कि इसी साल 12 मार्च को हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन के बाद कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद नायब सैनी राज्य के नए सीएम बनाए गए थे। नायब सैनी को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का करीबी माना जाता है। मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे का बद विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग थी।
मीटिंग के बाद नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया था और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने फूल देकर उन्हें बधाई दी। नायब सैनी ने उसी दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।