Chaudhary Devi Lal किसानों के मसीहा और हरियाणा के जननायक
Apr 5, 2025, 22:47 IST
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चौधरी देवीलाल ने हरियाणा और देश के किसानों के लिए क्या किया? कर्ज माफी, सहकारी बैंक, सस्ती बिजली जैसी योजनाओं से उन्होंने किसान हित में ऐतिहासिक बदलाव लाए। पढ़िए पूरी कहानी।
चौधरी देवीलाल: किसानों के मसीहा और हरियाणा के जननायक
जब भी भारत में किसानों के हक़ की बात होती है, एक नाम सबसे पहले आता है — चौधरी देवीलाल। उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन को किसानों, मजदूरों और आम जनता के लिए समर्पित कर दिया। वे केवल एक मुख्यमंत्री या उपप्रधानमंत्री नहीं थे, बल्कि एक आंदोलन, एक सोच, एक प्रेरणा थे — जिसे आज भी "जननायक" और "धरतीपुत्र" के नाम से जाना जाता है।
किसानों के लिए ऐतिहासिक कार्य
1. कर्ज माफी का ऐतिहासिक फैसला (1987)
1987 में मुख्यमंत्री बनते ही चौधरी देवीलाल ने हरियाणा के किसानों और गरीबों का पूरा कर्ज माफ कर दिया। यह फैसला उस समय एक क्रांतिकारी कदम था, जिसने लाखों किसानों को कर्ज के बोझ से मुक्ति दिलाई।
2. सस्ती बिजली और सिंचाई की योजनाएं
उन्होंने खेती के लिए सस्ती बिजली उपलब्ध करवाई और सिंचाई के लिए नहरों, ट्यूबवेलों की योजनाएं शुरू कीं। इससे छोटे किसानों की लागत घटी और उत्पादकता बढ़ी।
3. मंडियों में सुधार और सीधी खरीद
देवीलाल जी ने सरकारी खरीद की व्यवस्था को मज़बूत किया ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले। मंडियों में बिचौलियों का दखल कम करने के प्रयास किए।
किसानों की आवाज़ को राष्ट्रीय मंच
चौधरी देवीलाल ने किसान पंचायतों और आंदोलनों को संगठित किया, जिससे किसानों की आवाज़ सिर्फ खेतों तक नहीं, बल्कि संसद तक पहुँची। उपप्रधानमंत्री रहते हुए भी उन्होंने हमेशा खेती-किसानी के मुद्दे को प्राथमिकता दी।
सहकारी बैंक और सस्ते कर्ज
उन्होंने सहकारी बैंकों का विस्तार करवाया, ताकि किसान महाजनों के शोषण से बच सकें और आसानी से सस्ता कर्ज ले सकें। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी राहत थी।
एक सच्चे जननेता
चौधरी देवीलाल ने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाया। अगर कोई निर्णय जनहित में नहीं होता, तो वे पद भी त्यागने को तैयार रहते। सत्ता से ज़्यादा उन्हें जनता का विश्वास प्यारा था।
चौधरी देवीलाल केवल एक नेता नहीं थे, बल्कि हरियाणा और भारत के किसानों के आत्मसम्मान की पहचान थे। उन्होंने यह साबित किया कि सही नीयत और मजबूत नेतृत्व से खेती और किसान दोनों को सशक्त किया जा सकता है। आज भी वे लाखों लोगों के दिलों में जिंदा हैं — एक जननायक की तरह, एक मसीहा की तरह।