Breaking : केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का PA बन युवक से लाखों रुपये की ठगी, जाने पूरा मामला ?

Breaking : चंडीगढ़ से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां मंत्री का PA बन आरोपी ने पेट्रोल पंप मालिक के साथ 57 लाख की ठगी कर दी है। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी ने पेट्रोल पंप को ट्रांसफर करवाने के लिए 57 लाख रुपए लिया और फर्जी दस्तावेज सौंप दिया। पीड़ित ने पुलिस को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मंडी गोबिंदगढ़ निवासी कंवलप्रीत सिंह से पेट्रोल पंप ट्रांसफर कराने के नाम पर 57.50 लाख रुपए ठगने का मामला चंडीगढ़ में सामने आया है। आरोपी ने खुद को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का PA बताया और पैसे लेकर फर्जी दस्तावेज भी सौंप दिए। इस संबंध में चंडीगढ़ सेक्टर-49 थाने में मोहित गोगिया और रजित मल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
फर्जी लेटर
कंवलप्रीत सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मंडी गोबिंदगढ़ में पेट्रोल पंप के लिए चयनित हुए थे, लेकिन उस जगह रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के कारण उन्हें स्थान बदलवाने की जरूरत थी। उन्होंने इस बारे में अपने दोस्तों से चर्चा की, जहां उनकी महिला मित्र कांता मीना ने मोहित गोगिया से संपर्क करने का सुझाव दिया। गोगिया ने खुद को मंत्री नितिन गडकरी का करीबी बताते हुए मदद का आश्वासन दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, मोहित गोगिया ने पेट्रोल पंप की जगह चंडीगढ़ में ट्रांसफर करवाने के लिए अलग-अलग किस्तों में 57.50 लाख रुपए अपने और साथी रजित मल्होत्रा के खातों में ट्रांसफर करवाए। दिसंबर 2022 में गोगिया ने शिकायतकर्ता को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी के हस्ताक्षर वाला एक पत्र सौंपा।
फर्जी दस्तावेज
मिली जानकारी के अनुसार, कंवलप्रीत ने जब पत्र देखा, तो उसमें हरदीप पुरी को गलत तरीके से इस्पात मंत्री बताया गया था, जबकि उन्हें यह पद कभी नहीं दिया गया। शक होने पर शिकायतकर्ता ने गोगिया से बातचीत की, लेकिन उसने मामले को टाल दिया। इसके बाद कंवलप्रीत को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मामला दर्ज
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मोहित गोगिया और रजित मल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में आरोपी की गतिविधियों और लेन-देन की पड़ताल की जा रही है।