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चौधरी आरआर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिक उत्सव "संस्कार" आयोजित

Children taught the lesson of 'Sanskar' in Chaudhary RR Memorial Senior Secondary School.
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Children taught the lesson of 'Sanskar' in Chaudhary RR Memorial Senior Secondary School.

चौधरी आरआर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिक उत्सव "संस्कार" आयोजित।


चौधरी आरआर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों ने 'संस्कार' का पाठ सिखाया।

ऐलनाबाद :ममेंरा रोड़ स्थित चौधरी आरआर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिक उत्सव 'संस्कार' आयोजित किया गया।

 मुख्य अतिथि डॉक्टर इन्द्रसेन सहारण जिला संगठन आयुक्त स्काउट व नोडल जिला एडवेंचर प्रोग्राम सिरसा ने मां सरस्वती के स्वरूप के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उनके साथ विद्यालय चेयरमैन सविता सिहाग, निदेशक डॉ० अमरजीत सिहाग व अन्य अतिथिगणों ने मां सरस्वती के पूजन में भाग लिया।

 विद्यालय के वार्षिक उत्सव का थीम 'संस्कार' रखा गया। गणेश वंदना के साथ बच्चों ने अपनी एक से बढ़कर एक अद्भुत रचनात्मक और भावनात्मक प्रस्तुतियां देना शुरू किया। 

कार्यक्रम की सभी प्रस्तुतियां संस्कार पर आधारित थी।  विद्यालय के प्लेइंग राइजिंग स्टार किड्स वर्ल्ड के नन्हे बच्चों ने अतिथियों और सभी दर्शकों के स्वागत में 'वेलकम डांस'  प्रस्तुत किया।  'छोटा बच्चा जानकर'  बच्चों ने बताया कि हम छोटे हैं तो क्या पर समझदार हैं। 

राजस्थान की पुरी संस्कृति को 'राजस्थानी डांस'  द्वारा बच्चों ने प्रदर्शित किया। हरियाणवी संस्कृति पर आधारित हरियाणवी डांस जिसमें बच्चों ने हरियाणा के गौरव का गान किया। 

आजकल बच्चे इस प्रतियोगी युग में अधिक नंबर के होड़ में स्ट्रेस ले लेते हैं और अपनी जान तक गवा बैठते हैं।  इसी पर आधारित 'एजुकेशन थीम डांस'  के द्वारा बच्चों ने तनाव मुक्त रहने का संदेश दिया।

 माता-पिता का स्थान देवताओं से भी ऊपर होता है । बच्चों ने माता-पिता का प्यार प्रस्तुति देकर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।

 बच्चे बड़े होकर अच्छे ऊंचे पदों पर पहुंच जाते हैं और अपने मां-बाप को वृदआश्रम में छोड़कर भूल जाते हैं ।

 इस पर आधारित भावनात्मक और मार्मिक नाटक 'ओल्ड एज होम' प्रस्तुत कर बच्चों ने दर्शकों को भावुक कर दिया और सोचने पर मजबूर किया कि हमें मां-बाप के साथ ही रहना चाहिए।

 इसी क्रम में छोटे बच्चों का 'स्कूल चले हम'  ने स्कूल जाने के लिए बच्चों को मोटिवेट करने के लिए संदेश दिया। बच्चों ने हरियाणवी भजन बंदे क्यों छाती तान स की प्रस्तुति देकर घमंड न करने का संदेश दिया।

बच्चों पर सोशल मीडिया का कितना दुष्प्रभाव हो रहा है।  'सोशल मीडिया थीम' प्रस्तुति ने बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रहने और परिवार में एक  साथ समय बिताने का  संदेश दिया। मोबाइल के दुष्प्रभाव पर आधारित 'यादों की बारात प्रस्तुति' ने पिछले कई दशकों की याद दिला दी कि जब मोबाइल नहीं होता था तो बच्चे कौन-कौन से गेम खेलते थे या उनसे क्या शिक्षा मिलती थी और स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता था।  पंजाबी गीदा और भांगड़ा की प्रस्तुतियां ने दर्शकों आत्म विभोर कर दिया। विद्यालय के प्लेइंग राइजिंग स्टार किड्स वर्ल्ड के नन्हे मुन्ने बच्चों का फैशन शो दर्शकों के दिलों में जगह बना गया ।

छोटे-छोटे बच्चों ने डॉक्टर,  अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम , फौजी,  खिलाड़ी , मरीज  की प्रोफेशनल ड्रेस में शानदार प्रस्तुति दी। 

मुख्य अतिथि डॉक्टर इंदर सेन सहारण ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ एडवेंचर प्रोग्राम, स्काउट की गतिविधियों और सरकार द्वारा बच्चों के लिए जितनी भी खेलकूद प्रतियोगिताएं लीगल सर्विसेज की प्रतियोगिताएं संगीत चित्रकला विज्ञान इत्यादि सभी गतिविधियों मे भाग लेना चाहिए ।

 इनसे बच्चों का शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक और बौद्धिक विकास भी होता है।

विद्यालय प्रिंसिपल बनवारी लाल सहारण ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया और विद्यालय द्वारा  शिक्षा के लिए उठाए जा रहे नए कदमों की विस्तार से चर्चा की।

 उन्होंने बताया कि नए सत्र से बच्चों के सर्वांगीण विकास के निरंतर प्रयासरत और अभिभावकों से सहयोग देते रहने की अपील की।
 पुरे कार्यक्रम की एंकरिंग बच्चों ने बड़े ही शानदार ढंग से की।
 
विद्यालय अध्यक्ष सविता सियाग ने अपने समापन भाषण में आए हुए अतिथियों और अभिभावकों का धन्यवाद किया और सभी को विश्वास दिलाया कि हम बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए वचनबद्ध हैं।

संस्था निदेशक डॉक्टर अमरजीत सियाग ने कहा कि विद्यालय में किसी तरह की कमी नहीं रहने देंगे। मैनेजमेंट का पूरा सहयोग विद्यालय को निरंतर मिलता रहेगा। 

इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों को 51000 के पुरस्कार भी दिए।  सोहनलाल झोरड़  रिटायर्ड ब्लॉक मौलिक अधिकारी ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि इस विद्यालय में हर तरह की सुविधाएं बच्चों को मिल रही है।

 विद्यालय के अध्यापकों के साथ-साथ अभिभावकों की जिम्मेवारी बनती है कि वह बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहयोग देने के लिए समय-समय पर स्कूल में विकसित करें। 

इस अवसर पर आत्माराम झोरड़ पूर्व प्रधान विद्यालय संगठन भूराराम डूडी,  पूर्व सरपंच ब्रहमानंद शर्मा किशनपुरा, पूर्व सरपंच सुरेंद्र सिहाग निमला , विद्यालय मैनेजमेंट सदस्य अनिल नेहरा , डॉक्टर इंदु नेहरा , सीताराम भार्गव व बच्चों के अभिभावक और विद्यालय के स्टाफ उपस्थित थे।

 
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