Mandi Bhav : हरियाणा समेत इन मंडियों में इस रेट पर बिक रही ग्वार की फसल, दिवाली बाद भाव में हो सकता है बड़ा धमाका
अगले कुछ माह में अमेरिकी चुनावों का ग्वार की मांग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। किसानों को बता दें कि ग्वार का बाजार घरेलू बाजार की संभावना के मुकाबले अमेरिका में चल रही हलचलों से प्रभावित होता है।
अभी ग्वार के रेट की बात करें तो चुनाव के बाद बाजार में संभावित सुधार की संभावना की जा रही है, खासकर दीवाली के बाद ग्वार गम की मांग बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, अगली फसल की स्थिति भी बाजार के भविष्य को निर्धारित करेगी, इस हिसाब से आवक होगी।
खेतों में ग्वार कटाई कढ़ाई का सीजन है। ग्वार के रेट को लेकर किसानों में चिंता है, क्योंकि अभी ग्वार के रेट में ज्यादा तेजी नहीं है। इसलिए किसान मंडियों में ग्वार की फसल कम लेकर आ रहे हैं। मंडियों में जिस हिसाब से आवक होनी चाहिए थी। वह नहीं हो रही है। ग्वार के रेट में दीपावली पर्व के बाद तेजी आने की उम्मीद है।
ग्वार के बाजार भाव
किसानों को बता दें कि इस वक्तग्वार के बाजार भाव में स्थिरता देखी जा रही है, हालांकि अलग अलग प्रदेशों की बात करें तो भावों में थोड़ा अंतर हो सकता है। हरियाणा में ग्वार के रेट की बात करें तो ₹4800 से ₹5250 प्रति क्विंटल के हिसाब से चल रहा है। प्रदेश गुजरात में, भाव ₹4700 से ₹5250 प्रति क्विंटल, राजस्थान में ग्वार के भाव ₹5000 से ₹5380 हैं, जबकि तक और पंजाब में ग्वार के भाव ₹5000 से ₹5300 तक हैं।
इस प्रकार, विभिन्न राज्यों में बाजार की स्थिरता और थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इसी के साथ ही आपको बता दें कि वायदा बाजार में इस समय ग्वार का नवंबर वायदा 5528 के स्तर पर कारोबार कर रहा है जबकि ग्वार गम का नवंबर वायदा 11220 पर कारोबार कर रहा है।
ग्वार की मांग और आपूर्ति
आपको बता दें कि बाजार के जानकारों का मत है कि ग्वार की फसल बहुत कमजोर है। निस्संदेह इस बात को इग्नोर नही कर सकते। मंडी लाईनो मे अभी भी गुवार सस्ते भावों में पिट रहा है। स्टोकिष्ट जबरदस्त लिवाल है। बीकानेर जिले मे गुवार आमदनी ने गति पकड़ ली है। 2-3 स्टेशन को छोडकर आमदनी अभी भी 40 हजार से नीचे ही आ रही है लेकिन संभावना है।